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Saturday, September 6, 2014




धर्मपथ पर चली हूँ जहाँ फूलों का कालीन बिछता है !!
जीवन और मृत्यु के बीच सचमुच एक अटूट रिश्ता है  
सुनसान रात मैं सोऊँ और सोयी  ही गर रह जाऊं!!!
मौत मुझे डराती है, दर्द औ डर का एक घाव रिसता है !…''तनु ''


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