धनुष बाण, गदा चक्र, अमृत कलश, कमल धारण किए आए,
मंद हास्य से माता सृष्टि उत्पन्न करके , मंद मंद मुस्काए ,
आराधना करके !!! आधि - व्याधि से मुक्त हो जा मानव!!!
चौथा रूप माँ का--- ''कूष्मांडा'' ----- मन में उतरता जाए , ''तनु ''
मंद हास्य से माता सृष्टि उत्पन्न करके , मंद मंद मुस्काए ,
आराधना करके !!! आधि - व्याधि से मुक्त हो जा मानव!!!
चौथा रूप माँ का--- ''कूष्मांडा'' ----- मन में उतरता जाए , ''तनु ''
No comments:
Post a Comment