माँ तुम्हारे ''पाँचवे स्वरूप'' की महिमा गाऊँ मैं ,
कमल आसन पर बैठी ''पद्मासना'' रिझाऊँ मैं ,
विशुद्ध चक्र में अवस्थित हूँ, पराक्रम, शान्ति दो!!!
स्कन्द बनाओ मुझको आपके चरणों में पड़ा हूँ मैं ,,,,,,,,,,,,,''तनु ''
कमल आसन पर बैठी ''पद्मासना'' रिझाऊँ मैं ,
विशुद्ध चक्र में अवस्थित हूँ, पराक्रम, शान्ति दो!!!
स्कन्द बनाओ मुझको आपके चरणों में पड़ा हूँ मैं ,,,,,,,,,,,,,''तनु ''
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