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Sunday, October 12, 2014

चलो गुनगुनालें आज कुछ यूँ ------ अलग अंदाज़ में ,  
चलो सपने सजालें आज कुछ यूँ ----अलग अंदाज़ में ,
झरनों के गीत, सागर की प्रीत, बहती फूलों की सुगंध ,
गाती, बहती, नाचती-- आज कुछ यूँ, अलग अंदाज़ में ,,,,,,,,,,''तनु ''

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