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Saturday, October 11, 2014

पूर्णता प्रेम की गुलाब के---खिल जाने में है !
पूर्णता फूल की ईश्वर  पर चढ़-- जाने में है !
है जीवन कैसा ? जीवन है क्या ? क़्या मृत्यु क्या जन्म !!!
भली बीत गयी और भली गुज़र जाने में है ,,,,,,,,,,,''तनु ''

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