Labels

Monday, October 20, 2014

दीपपर्व की मंगल कामनाएँ  !!!...........


खातिर राष्ट्र के एक दीप जलाया !
नाजुक बाती है  सौम्य उजाला है !!
सभी के मन को है बरबस लुभाया !
खातिर राष्ट्र के एक दीप जलाया !!

जन जन के मन का अन्धेरा भगाओ !
ऐ दीपक शांत भाव से मुस्कुराओ !!
सीमा के रक्षक  तैनात सैनिको में !
राष्ट्र रक्षा प्रेम का जोश भर जाओ !!

झिलमिल पर्व की मिल खुशियाँ मनाएँ !
नारी शक्ति को एकजुट कर लाएँ !!
दिवाली में लक्ष्मी लक्ष्मी पूजन हो !
कोई औरत दुःख में न आँसू बहाए !!               

अनंत निर्मल शुभ गुणों की दिव्यता से !
मिल पर्व श्रृंगार मनाएँ  नित श्री जगाएँ !!
सौंदर्य संसार का खिलखिला जाए !
आओ आँगन में दिल नहीं दिये जलाएँ !!

किसी मुख से अन्न का कौर न छीने !
दर्द मिटा आँसू  पोंछ गरीबी बीने !!
सुख और समृद्धि आये छन छन !
छन छन चाँदनी से धीमे धीमे धीमे !!!,,,,,,''तनु '' 




No comments:

Post a Comment