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Wednesday, October 22, 2014

दिवा तो बरे  हे पण आज मनड़ो बरी उठ्यो !
वदळती दुनिया में ---जीव आह भरी उठ्यो !!
हगरा के हे ऊ कीड़ी ने कण ने हत्थी ने मण दे  ,,,,,,
तूंज देख ऊपर वारा मु घडी घडी पड़ी उठ्यो !!! ,,,,, ''तनु '' 

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