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Tuesday, October 14, 2014

रेख रेख है जहाँ, वहां ----- क्षितिज है !
मैं और न किसी ने -----  उसे देखा है !!
बन्दा पलकों पर -- आकाश उठाये है !
बाँचती  है जमीं किस्मत का लेखा है !!… ''तनु ''

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