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Tuesday, July 18, 2017



सावण  में 


खूब चोखो सावन यो डट्यो देखो ;
धुल गया पात नीर ले पट्यो देखो !!

आज काल कर दन घणा वीत्या ;
वरस्यो नई बरस खट्यो देखो !!

आयो सावन सरस गई माटी ;
कण- कण यूँ गयो सट्यो देखो !!

गीत झूला रा गावे है कोई ;
दुखदर्द दिल से गयो कट्यो देखो !!

प्रीत है गोरी पीऊजी है बारे ;
सासरा पियर में प्यार बट्यो देखो !!

जाजम हरी, फ़ुहारां प्रीत री सोणी ;
चाँद नई आवे आज तो नट्यो देखो !!

मोर बोले पपीहो पीऊ बोले ;
वादरा रो कालजो फट्यो देखो !!... ''तनु ''




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