दोहे
ऐसी रचना क्या लिखे , मीम नून तो देख !
ज्यों सोने के थाल में , जड़ी लौह की मेख !!
कुतर्कों से कभी हुआ, सही शंका निदान !
अज्ञ, विज्ञ औ,अनभिज्ञ, बनते सभी महान !!
एक मतला मातुल सा, मक़ता ईश समाय !
एक मतला मातुल सा, मक़ता ईश समाय !
पूरी ग़ज़ल अजान सी, हिय पार होइ जाय !!.... ''तनु ''
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