Labels

Saturday, July 29, 2017


 बेट्याँ,

नदी नाम की
 बेट्याँ
आवे वां
सावण में
भादवां में मिलवा
आपणी
सगळी बेना से

बाप भी
ने भई भी
केवाय समंदर
खुश वे ने
बड़ी लेहराँ
बणावे
वी के कई
मतलब
लेणा देणा से

घणा
मान री भूकी
बेट्याँ
नि कई मांगे
नि  कई चावे
बस चावे प्यार
दुलार उनके
 कई लेणो
गाँठा गेणा से

सबुरी री
पोटली माय
राखी मेल्या
मनडा 
रा मोती
जग जाहिर
 नी  वे
 आँसूडा
बोल नी
फूटे केणा से , ,,, ''तनु ''






No comments:

Post a Comment