बदलाव आता नहीं कभी आदत ओ खुराफ़ात में ,
अंतर कुछ तो रहता है,--- जले दूध ओ छाछ में !
समझ गए आपसे तो दूर ही से नमस्ते अच्छी !!!
क्यों गले पड़ जाते हैं यूँ ?? बेबात ओ बात में ,,,,,,,,,,''तनु ''
अंतर कुछ तो रहता है,--- जले दूध ओ छाछ में !
समझ गए आपसे तो दूर ही से नमस्ते अच्छी !!!
क्यों गले पड़ जाते हैं यूँ ?? बेबात ओ बात में ,,,,,,,,,,''तनु ''
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