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Sunday, July 2, 2017






अपने लोग बिठाय के, जात संग गठजोड़,
रंग मंच सजा कर के,      पाते कुर्सी होड़ !
पाते कुर्सी होड़,    धज्जियाँ अनुशासन की !  
देश धर्म को तोड़,  हीनाचरण,  पालन की!!
फिर सत्ता पद पा कर पूरे करते सपने !
रेवडी  बँटती अपनों और खाते अपने !!.... ''तनु ''

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