अपने हित साधने के लालच को भुलाना होगा ,
अपनी खोयी हुई खुशियों को बुलाना होगा !
देश प्रेम के नाम पर जो खूनी खेल खेल रहे,
खून के आँसू देश द्रोहियो को रुलाना होगा !
मूक बन दर्शक हम जिसको देख रहे हैं बोलो ,
अपनी आँखों के सामने पर्दे को हटाना होगा !
वीरों के बलिदान का अपमान क्यों होता है ,
बढ़ कर आगे अपने क्रोध को बताना होगा !
कोई नहीं है जो इसका बहिष्कार विरोध करे ,
सच्चा है प्यार देश से तो उसको जताना होगा !,,, ''तनु ''
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