Labels

Sunday, July 23, 2017

एक सावणी गीत 
''इन्दर राजा'' 

कसो थारो गाम देस कसो 
हो इन्दर राजा 
कां से आया थें म्हारा गाम 
हो इन्दर राजा
 सावण आवे थे आई जावो के 
थें आओ जदी सावण आवे 
हो इन्दर राजा।  कसो थारो गाम देस कसो 

थें आओ तो निपजे जी धरती 
थें आओ तो उपजे जी धान जी 
ए जी थें आओ तो बालूडा हँसे हो 
इंदर  राजा कसो थारो गाम देस कसो 
कां से आया थें म्हारा गाम 
हो इन्दर राजा 

गाजे बिजळी नाचे जी मोर 
बादळ ओसरया घटा घनघोर 
एजी काकड़ भुट्टा रा मान घणा हो 
इंदर  राजा कसो थारो गाम देस कसो 
कां से आया थें म्हारा गाम 
हो इन्दर राजा 

सरसिजे धरती सावण झूला 
भई घरे चालां ने पिऊ घर भूलाँ  
एजी मायड़ घणी याद आवे हो 
इंदर  राजा कसो थारो गाम देस कसो 
कां से आया थें म्हारा गाम 

हो इन्दर राजा 
सावण आवे थे आई जावो के 
थें आओ जदी सावण आवे 
हो इन्दर राजा।  कसो थारो गाम देस कसो।   ... ''तनु ''

No comments:

Post a Comment