बेटियाँ
नदी नाम की
बेटियाँ
आती हैं वहाँ
सावन में
भादौं में मिलने
अपनी सभी
बहनों से
माँ की
ममता में
भाई का
नेह लिए
आँगन
आती हैं
मिलने
बचपन के
इन्ही
महीनों से
पिता भी
भाई भी
कहलाता समंदर
खुश होकर
बड़ी बड़ी
लहरें बनाता है
उसको क्या
मतलब
दहनो से
की भूखी
बहनें
उन्हें चाहिए क्या??
बस चाहिए
प्यार दुलार
उन्हें
क्या लेना
गाँठ के गहनों से
सब्र की
पोटली में
रखे हुए हैं
हँसते मन के
मोती
जग जाहिर
न हो दुःख
आँसू और
बोल कहनो से ,,... ''तनु ''
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