Labels

Monday, July 28, 2014

जब दिल टूट ही गया था तुम्हारा तो दूसरों का दिल क्यों तोड़ा ?
खुद दो राहे पर  खड़े थे  दूसरों को  इस  मुक़ाबिल  क्यों छोड़ा ?
किसी की बेरहमी का सिला मुझसे न ले ए दोस्त मेरे............... 
हमनशीं मैं,     तेरे हमकदम हूँ,     तूने मुझसे मुँह क्यों मोड़ा ???''तनु ''

No comments:

Post a Comment