जब दिल टूट ही गया था तुम्हारा तो दूसरों का दिल क्यों तोड़ा ?
खुद दो राहे पर खड़े थे दूसरों को इस मुक़ाबिल क्यों छोड़ा ?
किसी की बेरहमी का सिला मुझसे न ले ए दोस्त मेरे...............
हमनशीं मैं, तेरे हमकदम हूँ, तूने मुझसे मुँह क्यों मोड़ा ???''तनु ''
खुद दो राहे पर खड़े थे दूसरों को इस मुक़ाबिल क्यों छोड़ा ?
किसी की बेरहमी का सिला मुझसे न ले ए दोस्त मेरे...............
हमनशीं मैं, तेरे हमकदम हूँ, तूने मुझसे मुँह क्यों मोड़ा ???''तनु ''
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