क्यों !!!
आज होश आया,
ज़मीन पर पाँव रखना है!!!
मन का बोझ कैसे हो हल्का ?
या और.…
भारी हो जाएगा ?
टंगे टंगे ( tag ) ?
टांगे टांगे (tag ) ??
हाथ दुःख आये.
और.
कंधे भी
ज़रा हल्का हो लूँ.,,,
हाथों को काटूं ?
या
टांगों को.…………
दोनों ही स्थिति में,
दोस्त दुखी होंगे,,,,,
किसे है परवाह?
हाय!!!
ये
कमेंट्स और लाइक की मारी,,,
फेसबुकिया दुनिया। …"तनु "
आज होश आया,
ज़मीन पर पाँव रखना है!!!
मन का बोझ कैसे हो हल्का ?
या और.…
भारी हो जाएगा ?
टंगे टंगे ( tag ) ?
टांगे टांगे (tag ) ??
हाथ दुःख आये.
और.
कंधे भी
ज़रा हल्का हो लूँ.,,,
हाथों को काटूं ?
या
टांगों को.…………
दोनों ही स्थिति में,
दोस्त दुखी होंगे,,,,,
किसे है परवाह?
हाय!!!
ये
कमेंट्स और लाइक की मारी,,,
फेसबुकिया दुनिया। …"तनु "
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