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Friday, July 4, 2014

राधा नित चिंतन करे, श्याम का घनश्याम का !
शाम से पथ  निहारै,  श्याम का घनश्याम का !
श्याम घन छाए शाम भई श्याम न आये !!
शाम श्याम  चिंतन, श्याम का घनश्याम का........''तनु ''

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