इंटरनेट प्रेमिका ऐसी.…घंटों करते प्यार,
न जाने कब खिड़की से गुजर जाए बहार !!
गुजर जाए बहार सवेरा कब साँझ होती,
पिज़्ज़ा बर्गर खाए नसीब न रोटी होती ,
मोटा चश्मा फिगर गँवा बनते बड़े महान !
इंटरनेट की दुनिया है ये कैसे बचे इंसान ??… "तनु "
न जाने कब खिड़की से गुजर जाए बहार !!
गुजर जाए बहार सवेरा कब साँझ होती,
पिज़्ज़ा बर्गर खाए नसीब न रोटी होती ,
मोटा चश्मा फिगर गँवा बनते बड़े महान !
इंटरनेट की दुनिया है ये कैसे बचे इंसान ??… "तनु "
No comments:
Post a Comment