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Tuesday, July 1, 2014

इंटरनेट प्रेमिका ऐसी.…घंटों करते प्यार,
न जाने कब खिड़की से गुजर जाए बहार !!
गुजर जाए बहार सवेरा कब साँझ होती, 
पिज़्ज़ा बर्गर खाए नसीब न रोटी होती ,
मोटा चश्मा फिगर गँवा बनते बड़े महान !
इंटरनेट की दुनिया है  ये कैसे बचे इंसान ??… "तनु "

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