ह्रदय सुमन खिल उठा श्वेत श्याम बदरिया में ,
आज सुन कोई मिला मीत है शाम बजरिया में,
सुमन से खिल जाएँ हम महक कर गीत गायें हम !!!
मोरपंख लगाये बांसुरी बजाये श्याम नगरिया में ……"तनु "
आज सुन कोई मिला मीत है शाम बजरिया में,
सुमन से खिल जाएँ हम महक कर गीत गायें हम !!!
मोरपंख लगाये बांसुरी बजाये श्याम नगरिया में ……"तनु "
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