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Sunday, September 3, 2017


संजा माता रो स्वागत 

सोला दिन ने सोला रातां संजा री
आव सहेली पूज मनावां संजा री
सोला संस्कार ने जीव री  दुनिया
चाँद सुर्ज बिन साँझ अधूरी संजा री। 
... .. आव सहेली पूज मनावां संजा री

संजा साथे सिणगार करांगा 
संजा साथे गावांगा  
फूल फुलडा रो लगई वगीचो 
 पीलो जीरो वावांगा 
चिड़ी चरकली संग वत्रावे संजा री 
,...  आव सहेली पूज मनावां संजा री

कसी ओढ़नी रंग रंगीली
म्हारे अंग संग संग सजीली 
तूँ  बतलाव थने कईं भावे 
कई कसुमल चटकीली 
कोर कनारी वीपे भारी 
सासुजी रा तोक राखे संजा री।
 .. आव सहेली पूज मनावां संजा री

गाय वना संसार अधूरो 
पूत बिन पालणो रे सूनो
रूप पावे चाँद सजीलो 
वदी घटी ने करे यो पूरो 
सात सहेल्यां हिल मिल पूजे 
रीत निभाई ने संजा री . 
.... आव सहेली पूज मनावां संजा री

पूजे कुवारी मान पावे घणा 
सोला दना संजा बाई पामणा 
अनुष्ठान पूजन आरती 
भोग लगावो घणा घणा 
गौरवमयी संस्कृति 
वचावो गरिमा संजा री। ...  आव सहेली पूज मनावां संजा री








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