दुनिया बड़ी जालिम है छोड़ दीजिये होना सुस्त !
जा करके हिमालय हो जाइये चुस्त दुरुस्त !!
हो जाइये चुस्त दुरुस्त ... छानिये एसी मस्ती !
योगी हो बन जाइये दुनिया की ऊँची हस्ती !!
दुनिया दारी से दूर रहके भी बंदे रहते मस्त !
एसे में कोई भी क्यों रह पाये होकर पस्तमपस्त !! .............तनुजा ''तनु''
No comments:
Post a Comment