मैं वो दोस्त हूँ जिसके साथ रब
है आग़ाज़ रब है अंजाम रब
तेरी राह में गुल बिछा दूँ आ
मेंरी चाह जिसपे निगाहे रब
अपना जलवा दिखाता चल
दोस्तों से प्यार बढाता चल
ये वो बंदगी की राह है
मैं तेरे आगे चलूं तू मेरे आगे चल
है आग़ाज़ रब है अंजाम रब
तेरी राह में गुल बिछा दूँ आ
मेंरी चाह जिसपे निगाहे रब
अपना जलवा दिखाता चल
दोस्तों से प्यार बढाता चल
ये वो बंदगी की राह है
मैं तेरे आगे चलूं तू मेरे आगे चल
No comments:
Post a Comment