Labels
Jyotish
Kaavya
Tuesday, March 18, 2014
यही मुराद है यही दिल की आह
कहीं हो न जाए दुनिया तबाह
मेरी मुस्कान थी कभी तेरे नाम
अब हो गए मेरे होंठ स्याह
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment