सांच री आग सबरा मनडा में है जागी थकी ,
जणाका संस्कार जिंदा वी बी है जाग्या थका ,
झूठ है बस अबे दो दना रो पामणों,
सगळा रे आंगणे दीवला है संजोया थका। ............
जणाका संस्कार जिंदा वी बी है जाग्या थका ,
झूठ है बस अबे दो दना रो पामणों,
सगळा रे आंगणे दीवला है संजोया थका। ............
No comments:
Post a Comment