गुलाब के साथ साथ ही होते है कांटे ,
जैसे कोई दुश्मनों को अपनों में बांटे,
होता है कोई दर्द जब अपनों का दिया !
उसे अपनों में बांटे या दुश्मनों में बांटे !!
जैसे कोई दुश्मनों को अपनों में बांटे,
होता है कोई दर्द जब अपनों का दिया !
उसे अपनों में बांटे या दुश्मनों में बांटे !!
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