मुक्तक
दिल की बात दिल में छुपाये रहिये ,
आंसू के दरिया को बचाये रखिये ,
आंसू कभी किसी के न बहें ,
यही दुआ दिल में बनाये रखिये !
आंसू की झड़ी जो लगी बरसात में ,
नम तकिये ने जो सुनी कहानी रात में ,
सरे आम कहानी ये बयां न हो जाए ,
खुल जाए न ये राज़ जजबात में !
न गिराओ नाहक ये आंसुओं के मोती ,
ये बेशकीमती है इनकी कीमत नहीं होती ,
भावनाओं का ज्वार जब आंसुओं में ढल जाए ,
कीमत जजबात की किसी गैर को नहीं होती !
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