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Friday, April 4, 2014

मुक्तक 


दिल की बात दिल में छुपाये रहिये ,
आंसू के दरिया को बचाये रखिये , 
आंसू कभी किसी के न बहें , 
यही दुआ दिल में बनाये रखिये !


आंसू की झड़ी जो लगी बरसात में ,
नम तकिये ने जो सुनी कहानी रात में ,
सरे आम कहानी ये बयां न हो जाए ,
खुल जाए न ये राज़ जजबात में !


न गिराओ नाहक ये आंसुओं के मोती ,
ये बेशकीमती है इनकी कीमत नहीं होती ,
भावनाओं का ज्वार जब आंसुओं में ढल जाए ,
कीमत जजबात की किसी गैर को नहीं होती !




    

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