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Thursday, April 17, 2014

नेता खा गए नोट  जनता रोती रह गयी !
सारे पच गए रोट जनता भूखी रह गयी !!
छोटी छोटी ख्वाहिशें हमारी छोटे छोटे काज !
पहले पूरी करो ख्वाहिशें फिर करना तुम राज !!

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