सावन के अंधे को हरियाली मार मार गयी !
नज़र पीने वाले की ''बार'' पे बार बार गयी !!
मैं तो "वो" ही हूँ जिसे कहते हैं ''जनता''
हर पाँच साल के निशाने पे बार- बार गयी !!! तनुजा ''तनु ''
''सावण रा आंधा'' ने हरयाली मार मार जावै !
पिवा वाला री निजरां ''बार'' पे बार बार जावै !!
म्हे ई तो हाँ म्हाने केवे हे ''जनता'' ,
हर पांच वरस रा बुलावा पे बार- बार जावै !!! तनुजा ''तनु ''
नज़र पीने वाले की ''बार'' पे बार बार गयी !!
मैं तो "वो" ही हूँ जिसे कहते हैं ''जनता''
हर पाँच साल के निशाने पे बार- बार गयी !!! तनुजा ''तनु ''
''सावण रा आंधा'' ने हरयाली मार मार जावै !
पिवा वाला री निजरां ''बार'' पे बार बार जावै !!
म्हे ई तो हाँ म्हाने केवे हे ''जनता'' ,
हर पांच वरस रा बुलावा पे बार- बार जावै !!! तनुजा ''तनु ''
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