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Tuesday, April 15, 2014

सावन के अंधे को हरियाली मार मार गयी !

नज़र पीने वाले की ''बार'' पे बार बार गयी !!


मैं तो "वो"  ही  हूँ  जिसे कहते हैं ''जनता''


हर पाँच  साल के निशाने पे बार- बार गयी !!!  तनुजा ''तनु ''


''सावण  रा आंधा'' ने हरयाली मार मार जावै !

पिवा वाला री निजरां ''बार'' पे बार बार जावै !!

म्हे ई  तो हाँ म्हाने केवे हे ''जनता'' ,

हर पांच वरस रा बुलावा पे बार- बार जावै !!!  तनुजा ''तनु ''


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