अक्स
साक्षात से है डरना या परछाई से डर ,
अनदेखा दिख जाए तो कोई जाए किधर !
आँख बंद कर लेने से क्या बिल्ली गुम हो जाए,
सांसत में है जान क्या डरपोक क्या निडर !!
साक्षात से डर नहीं परछाई से डर ,
अनदेखा दिख जाए तो डर जाए निडर !
उदर भरण की राह में क्या कुछ पड़ जाए करना ,
काले जादू का जादूगर बना मस्त कलंदर !!
साक्षात से है डरना या परछाई से डर ,
अनदेखा दिख जाए तो कोई जाए किधर !
आँख बंद कर लेने से क्या बिल्ली गुम हो जाए,
सांसत में है जान क्या डरपोक क्या निडर !!
साक्षात से डर नहीं परछाई से डर ,
अनदेखा दिख जाए तो डर जाए निडर !
उदर भरण की राह में क्या कुछ पड़ जाए करना ,
काले जादू का जादूगर बना मस्त कलंदर !!
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