सुप्रभात!!!
आये दिनकर सब ग़म दूर कर गए ,
बोल तमचुर सब ग़म दूर कर गए !
अरुणिम बेला के सुन्दर कलरव गीत ....
नाम ईश्वर का हर ग़म दूर कर गए !!! तनुजा ''तनु ''
काली रात सदा ही ग़म की ,
बातें करती है वो तम की !
जगमग करते आये दिनकर ,
दूर हो रात तम की गम की !!! तनुजा ''तनु ''
कैसी ?? ऐसी कैसी कक्षा ये है ,
जहाँ बस्ते का काम नहीं है !
सारे बच्चे घूमते हैं रहते ,
एक!!! बैठने का काम नहीं है!!! तनुजा ''तनु''
सूरज ऐसा न्याय करे है ,
उडगन उसके साथ चले है !
तारे तो टिम-टिम ही करते,
चंदा रूप बदल छुपता फिरे है !! तनुजा ''तनु ''
चन्दा की पाठशाला .... अभिनय की ,
उदधि…… कुमुदिनी 'औ' चातक की ,
ये सारे हैं सुधाकर के साथी ……
सूरज के ....... अनुनय विनय की !!! तनुजा ''तनु ''
थाल तारों का लिये गगन ,चलता चला.…………चलता चला ,
लिए चाँद ,सूरज औ उडगन ,चलता चला ………चलता चला !
है सुहानी प्यार भरी कहानी इस कायनात की,
इन सबके साये में ये जहाँ ,पलता रहा…………… पलता रहा !!! तनुजा ''तनु ''
आये दिनकर सब ग़म दूर कर गए ,
बोल तमचुर सब ग़म दूर कर गए !
अरुणिम बेला के सुन्दर कलरव गीत ....
नाम ईश्वर का हर ग़म दूर कर गए !!! तनुजा ''तनु ''
काली रात सदा ही ग़म की ,
बातें करती है वो तम की !
जगमग करते आये दिनकर ,
दूर हो रात तम की गम की !!! तनुजा ''तनु ''
कैसी ?? ऐसी कैसी कक्षा ये है ,
जहाँ बस्ते का काम नहीं है !
सारे बच्चे घूमते हैं रहते ,
एक!!! बैठने का काम नहीं है!!! तनुजा ''तनु''
सूरज ऐसा न्याय करे है ,
उडगन उसके साथ चले है !
तारे तो टिम-टिम ही करते,
चंदा रूप बदल छुपता फिरे है !! तनुजा ''तनु ''
चन्दा की पाठशाला .... अभिनय की ,
उदधि…… कुमुदिनी 'औ' चातक की ,
ये सारे हैं सुधाकर के साथी ……
सूरज के ....... अनुनय विनय की !!! तनुजा ''तनु ''
थाल तारों का लिये गगन ,चलता चला.…………चलता चला ,
लिए चाँद ,सूरज औ उडगन ,चलता चला ………चलता चला !
है सुहानी प्यार भरी कहानी इस कायनात की,
इन सबके साये में ये जहाँ ,पलता रहा…………… पलता रहा !!! तनुजा ''तनु ''
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