मातृ दिवस पर !!!
आज माँ को नमन !!!
जो आरती का थाल संजोये !
द्वार पर थी ,
प्रतीक्षारत …………।
असीम प्यार !!!
आँखों में लिये ,
आशीर्वाद की छाँव तले ,
दामन में मेरे लिये खुशियों ,
की बौछार !!!
अनगिनत ..........
पल ठाँव के ,
दे देने को थीं तत्पर………।
माँ !!!
बाबुल के आँगन की ,
देहरी के पार ,
एक और ,
बाबुल का ………
घर देने वाली ,
माँ !!!
तुम्हे नमन है !!! तनुजा '' तनु ''
आज माँ को नमन !!!
जो आरती का थाल संजोये !
द्वार पर थी ,
प्रतीक्षारत …………।
असीम प्यार !!!
आँखों में लिये ,
आशीर्वाद की छाँव तले ,
दामन में मेरे लिये खुशियों ,
की बौछार !!!
अनगिनत ..........
पल ठाँव के ,
दे देने को थीं तत्पर………।
माँ !!!
बाबुल के आँगन की ,
देहरी के पार ,
एक और ,
बाबुल का ………
घर देने वाली ,
माँ !!!
तुम्हे नमन है !!! तनुजा '' तनु ''
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