''साँझ न देखे मंदिर मस्जिद साँझ न देखे गुरद्वारा ,
उसे चाहिये चाँद खिलौना चमकीला चमकन वारा !
चाह ढूंढन की चाँद खिलौना , . ..... भटकी दरबदर ,
धीरे धीरे उतर रही, …. … आँगन कंगूरा चौबारा'' !! ''तनुजा तनु''
उसे चाहिये चाँद खिलौना चमकीला चमकन वारा !
चाह ढूंढन की चाँद खिलौना , . ..... भटकी दरबदर ,
धीरे धीरे उतर रही, …. … आँगन कंगूरा चौबारा'' !! ''तनुजा तनु''
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