Labels

Friday, May 23, 2014

मन मिश्री मुख मृदुल मनोहर,
हमरे ऐसे कुञ्ज बिहारी मधुकर !
छुन छुन पैजनी बाजति दौड़त  ,
उत लिपटयो दधि मुख सुखकर !! '' तनु ''

No comments:

Post a Comment