Labels

Friday, May 16, 2014


हाल ए  दिल देखा दिलों का हाल देखा ,
शमा को बुझते देखा परवानों को जलते देखा !
ये दुनिया आनी जानी  हे मेरे ए दोस्त, 
आग से बुझते देखा आब से जलते देखा !!


पाप बेहिसाब  देखा पुण्य बेहाल देखा ,
पाप को सींचते देखा  पुण्यों को गलते देखा !
अच्छे करम पानी पानी हैं मेरे ए दोस्त ,
पुण्यों को रोते देखा पाप संवरते देखा  !!


मरते मरते जीने की तमन्ना देखी ,
जीने वालों को जीते जी मरते देखा !
जीवन मरण भी कहानी है ए मेरे दोस्त ,
मरते को जीते देखा जीते को मरते देखा !!


दिल की खुशियों पे ग़मों  का परदा देखा ,
ग़मों की आह में खुशियों को पलते देखा !
ग़म और  खुशी बेमानी है  मेरे ए  दोस्त ,
ख़ुशी की चाह में ग़म को ढलते देखा !!  तनुजा ''तनु ''










No comments:

Post a Comment