चाँदनी आकाश पर छाई देवत्व की ,
धीमी-धीमी बयार चली ममत्व की !
जग सारा मीठी - मीठी नींद सोएगा ……
प्रात ग़ुम होगी निराशा अंधत्व की !!! तनुजा ''तनु ''
धीमी-धीमी बयार चली ममत्व की !
जग सारा मीठी - मीठी नींद सोएगा ……
प्रात ग़ुम होगी निराशा अंधत्व की !!! तनुजा ''तनु ''
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