Labels
Jyotish
Kaavya
Sunday, May 25, 2014
मन मिश्री मुख मृदुल मनोहर,
चंचल नयन तन पुलकित होकर!!
मनोयोग से ''खीसा'' करे खाली ,
पति हारे रहे ''खीसे निपोर''कर !!''तनु ''
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment