Labels
Jyotish
Kaavya
Sunday, May 4, 2014
माया में…… उलझा तन मन ,
बिन माया रही..... … अनबन !
आशा तृष्णा की आँख मिचौली ,
कैसे बनी जीवन की उलझन !! तनुजा ''तनु ''
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment