Labels

Tuesday, August 1, 2017



चालतां चालतां 


सब तरफ उदासी है ख़ुशी नी है !
दुःख घणा इ सारा है ख़ुशी नी है !!

जठा तक निजरां जावे है अंधारो ! 
मैं जठे हूँ वठे भी रौशनी नी है !!

विटरी ग्या छोरा ने छोरी भी !
शरम रोआख्याँ में पाणी नी है !!

काचा फल कदि तोड्या नी करे !
वात या कणि ने समझणी नी है !!

कसी वेळडी देखा देखि वदी ! 
नकल में अकल अणजाणी नी है !!

कई मालम 'तनु' कद इसारो मिले !
राह सीधी कदी भी भुलाणी नी है !!... ''तनु ''














No comments:

Post a Comment