दुःख घणा इ सारा है ख़ुशी नी है !!
जठा तक निजरां जावे है अंधारो !
मैं जठे हूँ वठे भी रौशनी नी है !!
विटरी ग्या छोरा ने छोरी भी !
शरम रोआख्याँ में पाणी नी है !!
काचा फल कदि तोड्या नी करे !
वात या कणि ने समझणी नी है !!
कसी वेळडी देखा देखि वदी !
नकल में अकल अणजाणी नी है !!
कई मालम 'तनु' कद इसारो मिले !
राह सीधी कदी भी भुलाणी नी है !!... ''तनु ''
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