बादल की ''बूँद बिटिया'',...पराई हुई आज ,
बँटी विवाह की चिठिया , बजे नगाड़े आज !!
बजे नगाड़े आज , शीतल मंद पवन बहे !
अपने मन की बात , चुपके से बिजली कहे !!
जाओ पी के धाम, मन की बजाओ मादल,
आना अपने गाम, ....जब याद आयें बादल !!....तनुजा ''तनु ''
बँटी विवाह की चिठिया , बजे नगाड़े आज !!
बजे नगाड़े आज , शीतल मंद पवन बहे !
अपने मन की बात , चुपके से बिजली कहे !!
जाओ पी के धाम, मन की बजाओ मादल,
आना अपने गाम, ....जब याद आयें बादल !!....तनुजा ''तनु ''
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