Labels

Thursday, August 3, 2017

''बूँद बिटिया'',

बादल की ''बूँद बिटिया'',...पराई हुई आज ,
बँटी विवाह की चिठिया ,  बजे नगाड़े आज !!
बजे नगाड़े आज ,    शीतल मंद पवन बहे ! 
अपने मन की बात , चुपके से बिजली कहे !!     
जाओ पी के धाम,   मन की बजाओ मादल,
आना अपने गाम,  ....जब याद आयें बादल !!....तनुजा ''तनु ''

No comments:

Post a Comment