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Thursday, August 31, 2017

दोगे तुम ???





हर बात पर कहते रहे जला दोगे तुम ;
ये अरमान सारे हमारे गला दोगे तुम !!  

दिल में हर वक्त तुम्हारे आग है जलती ;
अब और किस बात का सिला दोगे तुम !!    

तुम्हारे जजबात उबाला देते जहां को;
जाने कौन सी आफत-ओ-बला दोगे तुम !!   

अल्लाह की नेमत की कीमत कुछ नहीं ;
अनजाने ही आँसू खूं के रुला दोगे तुम !!

काँटों के रास्ते,  बारूद का सफर है,... 
मुंदे आँख !! जब तलक आबला दोगे तुम !!

ये विष भरी फुफकार रुकती क्यों नहीं ?
मेहरबानियाँ उसकी कैसे भुला दोगे तुम ??

हमारे होकर दुश्मनी तुम हमसे ही करते ,
अब क्या संसार को जहर पिला दोगे तुम !!... ''तनु'' 

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