किससे लडेंगे खाज सर में बहुत हैं !
चिड़िया छोटी बाज पर में बहुत हैं !!
सज रही हर भाई के हाथ राखियाँ !
कौन है लुटेरा राज़ हर में बहुत हैं !!
बन्दे खुदा के क्यों लड़ाई आपसी !
हो रहा संधान गाज शर में बहुत है !!
कथन से अलग है करनी सभी जानते !
अब ऐसे झूठे लफ्फ़ाज नर में बहुत है !!
खुश है आज ''तनु'' दुनिया को छोड़ के !
झूठी है दुनिया काज घर में बहुत है !! ... ''तनु ''
No comments:
Post a Comment